tag:blogger.com,1999:blog-3608792012387755221.post3958084759829328454..comments2023-08-05T16:27:00.042+05:30Comments on चलते -चलते...: देश बदला कि नहीं यह पूछने वाले आप कौन होते हैं?News And Insightshttp://www.blogger.com/profile/02530480097979739898noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-3608792012387755221.post-44196961620451980032013-01-25T17:35:43.850+05:302013-01-25T17:35:43.850+05:30वर्तमान हालाल का सही आकलन पेश किया है आपने!वर्तमान हालाल का सही आकलन पेश किया है आपने!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3608792012387755221.post-9818759672734126802012-12-08T19:28:51.937+05:302012-12-08T19:28:51.937+05:30अच्छा आलेख!अच्छा आलेख!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3608792012387755221.post-7959214060120625492012-08-22T06:12:50.306+05:302012-08-22T06:12:50.306+05:30सही कहा गिरिजेश भाई, बदलाव आने में वक्त तो लगता ह...सही कहा गिरिजेश भाई, बदलाव आने में वक्त तो लगता ही है। और आपकी इस बात को भी कोई इनकार नहीं कर सकता कि भ्रष्टाचार के खिलाफ एक अच्छे कानून की प्रासंगिकता तो बढ ही गई है।<br /><br />एक सशक्त लेखनी के लिए हार्दिक शुभकामनाएं।<br /><br />............<br /><a href="http://ts.samwaad.com/2012/08/mahamahim-rajyapal-ji-ka-sandesh.html?m=1" rel="nofollow">डायन का तिलिस्म!</a><br /><b><a href="http://Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3608792012387755221.post-25531583379703361622012-08-10T11:36:49.109+05:302012-08-10T11:36:49.109+05:30कुछ सालों पहले आई फिल्म चाइना गेट के खलनायक का डाय...कुछ सालों पहले आई फिल्म चाइना गेट के खलनायक का डायलॉग था "जगीरा से लड़ने की हिम्मत तो तुम जुटा लोगे लेकिन कमीनापन कहां से लाओगे।"<br />आपको क्या लगता है टीम अन्ना के सामने भी अब यही स्थिति आने वाली है.....।Satya Prakashhttps://www.blogger.com/profile/02646778315348379418noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3608792012387755221.post-39989554555383285172012-05-12T19:53:46.745+05:302012-05-12T19:53:46.745+05:30सच कोई भी सूरत इतनी जल्दी नहीं बदल जाती
सुधार एक ...सच कोई भी सूरत इतनी जल्दी नहीं बदल जाती <br />सुधार एक बहुत ही धीमी गति से चलने वाली जटिल प्रक्रिया होती है....<br />जाने कितने ही मोड़ आते हैं..<br />बहुत बढ़िया लिखा है आपने ..कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.com