सलाह लेनेवालों में आधे युवा 25-34 साल के
रिपोर्ट के अनुसार मधुमेह से संबंधित सलाह लेनेवाले युवाओं में 50 फीसदी 25-34 साल की आयुवर्ग के थे। पिछले वर्ष से परामर्श लेने में उनकी हिस्सेदारी में 46 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 35-44 साल के युवाओं में सलाह लेने की प्रवृत्ति 33 फीसदी बढ़ी है जबकि 45-54 साल के लोग 8 फीसदी थे। डॉक्टरों का सुझाव है कि खराब जीवन शैली व्यायाम न करना तथा खराब आहार की आदतें युवा भारतीयों में मधुमेह के लिए जिम्मेदार हैं।
5.36 लाख मरीजों के सैंपल में 44 फीसदी 40-60 साल के
टाटा1 एमजी की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार मार्च से अक्टूबर 2022 तक जांच किए गए सैंपल में 1 तिहाई लोगों में मधुमेह पाया गया। जिसमें 40-60 साल के उम्र के लोगों की संख्या सबसे अधिक थी। इसके अलावा मधुमेह रोगियों का अनुपात महिलाओं की तुलना में पुरुषों में अधिक पाया गया। । यह रिपोर्ट उन लोगों पर किए गए डेटा विश्लेषण के आधार पर तैयार की गई है, जो मधुमेह के लिए खुद की जांच करवाना चाहते थे।
मार्च-अक्टूबर 2022 के बीच मधुमेह के लिए कुल 536,164 ब्लड सैंपल की जांच की गई। इन नमूनों में से 180,891 (लगभग 33 प्रतिशत) में मधुमेह पाया गया। सबसे अधिक 44 फीसदी 40-60 साल की उम्र केथे। उसके 60 साल से ऊपर के 42 फीसदी, 25-40 साल के 12.5 फीसदी लोगों में मधुमेह पाया गया।
मधुमेह की स्थिति
- भारत में 7.7 करोड़ लोग मधुमेह से पीड़ित हैं
- दुनिया में 53.7 करोड़(20-79 साल के) पीड़ित हैं
- यानी हर 10 में से 1 व्यक्ति डायबिटीज से ग्रसित है।
- 2030 तक इसके 64.3 करोड़ पर पहुंचने का अनुमान है
-2045 तक दुनियाभर में 78.3 करोड़ लोग मधुमेह से ग्रसित होंगे
-2021 में 67 लाख लोग मधुमेह से मरे
स्त्रोत- इंटरनेशनल डायबेट्स फेडरेशन
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